जय माता दी !
गुरुदेव जी डी वशिस्ट के आशीर्वाद से ………
मित्रों आज मैं कुंडली में मौजूद पांच ग्रहों के योग के बारे में चर्चा करने जा रहा हूँ। लाल किताब में इस योग के बारे में बहुत ही अच्छे ढंग से व्याख्या की गई है। साथ ही आप को जानकर हैरानी होगी कि इस व्याख्या का असल जिंदगी में प्रमाणिक तौर पर बहुत से उदाहरण मिलते हैं। जिस किसी भी जातक की कुंडली में ऐसा योग हो वह एक बार किसी अच्छे ज्योतिषाचार्य से अपनी कुंडली का निरिक्षण ज़रूर करवा ले ताकि आने वाले समय में ग्रहों के बुरे प्रभाव से बचा जा सके।
आम तौर पर कुण्डली में दो या तीन से ज्यादा ग्रह इकट्ठे (मुश्तर्का) कम ही नज़र आते हैं । जब कभी पांच ग्रह कुण्डली में इकट्ठे (मुश्तर्का) किसी खाने में बैठ जायें तो उसको पंचायत कहा गया है । ऐसा आदमी अगर मामूली परिवार में पैदा हुआ तो भी गैर - मामूली हैसियत का मालिक बन गया। यकीनन कुण्डंली में पंचायत दिलचस्पी की वजह होगी । लाल किताब के अनुसार (मुताबिक) पंचायत का फलादेश इस तरह है ।
सबसे उत्तम पंचायत वह है जिसमें बुध शामिल न हो मगर राहु या केतु में से एक ज़रूर शामिल हो ।
1. नर ग्रह, स्त्री ग्रह साथ में पापी ग्रह (सिवाये बुध) इकट्ठे (मुश्तर्का) की पंचायत हो तो जातक किस्मत का धनी, हुक्मरान (राज करने वाला), साहबे औलाद दर औलाद (बेटे का आगे बेटा) दौलत व ग्रहस्थ का सुख सागर उम्दा (बढ़िया) व लम्बा और उम्र लम्बी होगी। खुद (ख्वाह) चाहे अक्ल का अन्धा व मिट्टी का माधो ही क्यों न हो ।
2. बुहस्पति सूरज शुक्र बुध सनीचर (शनि) (मुश्तका) इकट्ठे पंचायत हो तो:-
(क) खाना नंबर 1 से 6 में उत्तम फल, नेक असर होगा।
(ख) खाना नंबर 7 से 12 में ऊपर का नंबर (क) का असर मगर खुद साख्ता (अपने बल पर ) अमीर होगा और डरते डरते दरिया पार कर जाने वाले तैराक की तरह दुनिया मे आसूदा (बढ़िया) हाल होगा।
3. पंचायत (कोई भी पांच ग्रह) का असर हर हालत में उत्तम और नेक ही होगा। अगर ऐसा प्राणी पांचो ही (कुल जमाने के) बुरी आदतों (ऐब) का मालिक हो जावे तो भी औरों से उत्तम व उम्दा होगा।
अगर पंचायत के ग्रहों में कोई भी पापी (राहु, केतु, सनीचर) शामिल न हो और वह प्र्राणी खुद भी पाप न करने वाला हो तो, ऐसी पंचायत का कोई फायदा न होगा। मतलब यह कि या तो पांच ग्रहों में पापी ज़रूर हो या वह प्राणी खुद शरारती और पापी हो तो पंचायत के ग्रह उत्तम फल देंगे। वर्ना उसकी आंखो के सामने उसका घर कई दफा (बार) लुटता होंगा। धर्मी रहते हुये पापी ग्रहों की अश्या (चीज़ें) लोगों को मुफ्त (तक्सीम करना) बांटना मुबारक (शुभ) फल पैदा करेगा।
मसलन् (जैसे) राहु के मतल्लका (संम्बंधित) अश्या (चीज़ें) जौं (अनाज) की बनी हुई चीज़ें, नारियल की खैरात (दान) । केतु के मतल्लका (संम्बंधित) अश्या (चीज़ें) खटाई की चीज़ें और शनि यानि साबुत बादाम, शराब, सिगरेट, हुक्का नोशी या नशे की चीज़ें ।
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आचार्य हेमंत अग्रवाल
ऍफ़ ऍफ़ 54, व्यापार केंद्र, सी ब्लॉक, सुशांत लोक, गुडगाँव - 122009
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फेस बुक पेज पर आचार्य हेमंत अग्रवाल
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Agar panchayat me budh shamil ho to kya upay karna chahiye
ReplyDeleteMesh lagna kundli me 7th house me surya rahu guru shukra and chandra ho to kya hota hai
ReplyDeleteRyansh sharma 2-06-2012 time 15.05pm ludhiana (punjab)
ReplyDeleteSiksha aur career ke bare me puchna hai..
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