Monday 20 April 2015

लाल किताब के रहस्ये, उपाए और सदाचरण .....

ग्रहों के अशुभता - जन्य दो प्रकार के होते हैं :

1. किसी भाव में बैठा हुआ ग्रह जब भाव का फल है तो तज्जन्य अनिष्ट उपचार - साध्य होता है, किन्तु
2. वही ग्रह जब स्वयं अपना फल देता है तो उसका अनिष्ट उपचार साध्य होता, वह होकर ही रहता है
ज्योतिष में जब ग्रहों के उपायों की बात होगी तो लाल किताब का नाम सबसे पहले आयेगा। कुंडली में ग्रहों की नेक या मन्दी हालत के मुताबक ही आदमी पर अच्छा या बुरा असर होता है। ग्रहों के बुरे असर से बचने और अच्छे असर को बरकरार रखने के लिये लाल किताब में उपायों का तफसील से ज़िक्र किया गया है।
लेकिन सवाल यह है, ''क्या उपायों से कोई फायदा हो सकता है?'' रात को बिजली से रोशनी करना, बिमारी को दूर करने के लिये दवा लेना, मौसम के मुताबक सर्द गर्म कपड़े पहनना..............यह सब उपाये नही तो क्या है ? दरअसल ज़िन्दगी को बेहतर बनाने के लिये इन्सान लगातार उपाये करता रहा है । कुंडली की ग्रहचाल को दरूस्त करने के लिये लाल किताब के उपाये लाजवाब है। इन उपायों को चार किस्मों में रखा जा सकता है।
रिलीफ फॉर एवर : पहली किस्म के आम उपाये हैं जो मदद के लिये सभी कर सकते हैं। जैसे दुनियावी सुख के लिये गऊ ग्रास देना, परेशानी से बचने के लिये नारियल दरिया में बहाना, बिमारी से बचने के लिये हलवा कद्दू धर्मस्थान में देना । अचानक चोट या नुकसान से बचने के लिये सिगरेट से परहेज करना वगैरह।

लॉन्ग टाइम रिलीफ : दूसरी किस्म के उपाये कुंडली में मन्दे ग्रह की हालत के मुताबिक हैं। यानि कुंडली में देखना होगा कौन सा ग्रह किस खाने में बुरा असर दे रहा है। उसका उपाये लाल किताब के मुताबिक ही होगा। जैसे राहु खाना नं. 8 के लिए सिक्का दरिया में बहाने से, मंगल खाना नं. 8 के लिये बेवा की दुआ से, बुध खाना नं. 8 के लिये नाक छेदन से, शनि खाना नं. 6 के लिये तेल की कुन्जी पानी के नीचे तह ज़मीन में दबाने से, शनि खाना नं. 1 के लिये सुर्मा ज़मीन में दबाने से फायदा होगा।

इमीडियेट रिलीफ : तीसरी किस्म में आते हैं फौरन उपाये। जब किसी मन्दे ग्रह का कोई उपाये काम न करे तो कुछ घण्टों के अन्दर अन्दर फैसले के लिये उसका फौरन उपाये करना होगा। जैसे सूरज के लिये गुड़, मंगल के लिये रेवड़ियां, बुध के लिये तांबे का पैसा, राहू के लिये कोयला दरिया में बहाना मददगार होगा।

एक और उदहारण के लिए मान लीजिये किसी जातक की कुंडली में बुध के द्वारा चन्द्रमा पीड़ित हो रहा है तो उसे फेफड़ों के रोग हो जाने की सम्भावना होती है, उसकी माँ भी बीमार रहने लगेगी, इस के लिए तीन उपाए बताये गए हैं,

1. कुल देवी/देवता की पूजा करें, बड़ों के पांव छूकर आशीर्वाद प्राप्त करें,

2. कुँआरी कन्यों को हरे रंग के वस्त्र दान दें, रात के समय दूध न पियें,

3. रात को सोते समय बर्तन में पानी बर कर सिराहने रख लें, सुबह वह पानी कीकर की जड़ में डाल दें,

चौथी किस्म में ऋण पित्री के उपाये आते हैं । इनकी ज़रूरत बहुत कम पड़ेगी । ऋण पित्री से मुराद कुण्डली वाले पर अपने बज़ुर्गों के पाप का खुफिया असर होता है। यानि गुनाह तो कोई करे मगर उसकी सज़ा कोई और भुगते। मगर भुगतेगा उस गुनाह को करने वाले का असल करीबी ताल्लुकदार ही। जैसी करनी वैसी भरनी। कुंडली में जो ग्रह खाना नं. 9 में बैठा हो, उसकी जड़ में बुध बैठ जाये या किसी ग्रह की जड़ में दुश्मन ग्रह बैठ जाये और साथ में वो खुद भी किसी दूसरे खाने में मन्दा हो जाये तो कुंडली पर बज़ुर्गों के पाप का बोझ होगा। जिसका उपाये जुदा जुदा हालत में जुदा जुदा होगा। जो खानदान के सब मैंम्बरों को साथ लेकर करना पड़ेगा।

आम तौर पर उपाये की मियाद कम से कम 40 दिन और ज्यादा 43 दिन लगातार होगी। मगर खानदान की बेहतरी के उपाये की मियाद लगातार की बजाये हफतावार होगी।

जैसा कि मैंने अपने पहले लेखों में लिखा है कि लाल किताब उर्दू ज़बान में गैबी ताकत से लिखी गई थी। जिसको समझने के लिये सोच भी गैबी चाहिये। यह किताब गागर में सागर समेटे हुये हैं। फरमान नं. 6 के मुताबिक शक्की हालत के ग्रह के बुरे असर से बचने के लिये शक्क का फायदा उठाया जा सकता है। मगर पक्की हालत के ग्रह का असर हमेशा के लिये मुकर्रर हो चुका है और उसके बुरे असर को तबदील करना इन्सानी ताकत से बाहर होगा। सिर्फ खास खास खुदा रसीदा और महदूद हस्तियां ही लेख में मेख लगा सकती हैं। लेकिन इसका भी कोई न कोई तबादला दिया गया। मन्दी ग्रह चाल को दरूस्त करके फायदा लिया जा सकता है। मगर यह दरूस्ती सबके बस की बात न होगी।

काबलियत और कोशिश के बावजूद अगर नतीजा हक में न आये या बिना वजह जहमत गले लगी रहे तो मदद के लिये कुंडली में किस्मत के ग्रह की तलाश करनी होगी। जो ग्रह रूकावट डाले उसका 
उपाये करना होगा तांकि ज़िन्दगी को बेहतर बनाया जा सके।
नारियल
जब ग्रहों के उपायों की बात होगी तो लाल किताब का नाम सबसे पहले आयेगा और जब उपायों की मुताल्लका अश्या की बात होगी तो नारियल का नाम सबसे पहले आयेगा। नारियल के पेड़ आमतौर पर समुंदरी किनारे वाले इलाको में पाये जाते हैं। भारत के अलावा नारियल दूसरे कई मुल्कों में भी पाया जाता है। जब नारियल कच्चा होता है तो उसका रंग हरा सा और पानी से भरा होता है। दक्षिण भारत में नारियल पानी आम पीया जाता है। जब पक जाता है तो इसका रंग भूरा सा और अन्दर का कुछ पानी गिरी में तबदील हो जाता है और जब नारियल सूख जाता है तो लक्कड़ सा बन जाता है।
आज से 25-30 साल पहले उत्तर (शुमाल) भारत में नारियल केवल (फक्त) अक्तूबर के महीने करवाचौथ के व्रत पर ही मिलता था। मगर अब यह सारा साल मिलता रहता है। नारियल का इस्तेमाल धर्म स्थान में, पूजा पाठ में, खाने पीने में और ग्रहों के उपायों में होता है। जहां तक उपाय की बात है नारियल को पापी ग्रहों से जोड़ा गया है। लिहाज़ा खानावार पापी ग्रहों के उपायों के लिए नारियल का दान देना, धर्म स्थान में रखना और नदी या दरिया में बहाना मददगार होता है। ग्रहण के वक्त नारियल चलते पानी में बहाना एक कारगर उपाय है। खासकर उनके लिये जिनकी कुण्डली में ग्रहण लगा हुआ हो। कुण्डली में सूरज और चन्द्र ग्रहण पापी ग्रहों से ही लगता है।
नारियल राहु की अश्या है। कुण्डली में अगर मंगल शनि मुश्तर्का हो तो मसनुई राहु उच्च और सूरज शनि मुश्तर्का हो मसनुई राहु नीच होगा। इसी तरह शुक्र शनि मुश्तर्का हों तो मसनुई केतु उच्च और चन्द्र शनि मुश्तर्का हों तो मसनुई केतु नीच होगा। मसनुई हालतों शनि मौजूद है। वैसे भी राहु और केतु, शनि के ऐजण्ट हैं और तीनो का पापी टोला कहा गया है। इसलिए पापी ग्रहों का उपाय नारियल से किया जाता है। परेशानी, मन्दी सेहत, आंखों की तकलीफ, जिस्मानी दर्द, रूपये पैसे की तंगी, राज दरबारी उलझन और ग्रहण की मन्दी हालत के वक्त नारियल के उपाय से फायदा लिया जा सकता है।
मित्रो उपाय और भी बहुत सारे है । जिनको यहाँ लिख पाना संभव नही है और उनको अपने जीवन में 
उतारकर आप अपने जीवन को सुखमय बना सकते है ।
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मित्रों यह एक सिमित पोस्ट है, यहाँ विस्तार से व्याख्या करना सम्बव नहीं है। मित्रों मै एक प्रोफैशनल एस्ट्रोलोजर हूँ। मैं अपना पूरा समय एस्ट्रोलॉजी को ही देता हूँ। जो सज्जनगन अपनी या अपने परिवार की जन्म कुंडली मुझे दिखा कर फलादेश के साथ बुरे ग्रहों की जानकारी लेना चाहता हो वह ईमेल द्वारा मात्र 1100.00 रुपया में पी डी ऍफ़ फाइल द्वारा प्राप्त कर सकते है और बुरे ग्रहों के उपाय जानना चाहतें हो और लाल किताब ज्योतिष सीखने के इच्छुक हों संपर्क करें।
आचार्य हेमंत अग्रवाल
ऍफ़ ऍफ़ 54, व्यापार केंद्र, सी ब्लॉक, सुशांत लोक, गुडगाँव
फ़ोन : 01242572165, मोबाइल : 8860954309
फेस बुक पर आचार्य हेमंत अग्रवाल
ईमेल : pb02a024@gmail.com
सावधानी: कोई भी उपाय करने से पहले किसी अच्छे ज्योतिशाचर्य से सलाह अवश्य लें।

1 comment:

  1. namaskar
    मैं आज कल काफी परेशानी मे चल रहा हु कोई हल नजर नहीं आता । आपके ब्लॉग को देखा तो आपसे दरखास्त करने का मन किया । आप लाल किताब के जानकार हैं मेरी भी लाल किताब मे आस्था है । मुझे लगता ही नही मुझे विश्वास है की दुखी का सटीक उपाए लाल किताब मे है । इस अढ्भुत शास्त्र में जितना जानो उतना कम लहता है । मानव जीवन के कल्याण के लिए ये हमारे पूर्वजो का एक अनुपम उपहार है । प्रभु ने आपको इसे समझने की शक्ति दी है । मेरी dob 12.1.1978 pob rohtak (haryana)tob 2 pm (14hrs) है । कृपया मुझे मेरी कुंडली का विश्लेषण करके उपाए बताए । वैसे भी आपको कुंडली देखते ही पता लग जाएगा की मेरी घर की हालत मेरी बहनो की हालत और व्यपार सब चोपट हैं । कृपया मानव धरम हेतु मुझे कल्याण का मार्ग बताए । आपके सद उत्तर की इंतजार मे
    आपका शुभेच्छु
    सूरज वर्मा vermasuraj2004@yahoo.com

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