Tuesday 10 March 2015

संतान से सम्बन्धित जानकारी

जय माता दी !
गुरुदेव जी डी वशिस्ट के आशीर्वाद से ……… 
मित्रों आज में आपको संतान से सम्बन्धित कुछ जानकारी दे रहा हूँ। हमारी जन्म कुंडली में नर संतान का कारक का ग्रह केतु और जन्म कुंडली का पांचवां घर होता है।
कन्या संतान का कारक ग्रह बुध होता है। जिस समय जो ग्रह अच्छे हालात में होगा, केतु या बुध, उसी प्रकार से संतान का जन्म होता है। केतु अच्छी हालत में हो, जैसे कुंडली के घर 1, 9 या 12 में तो पुत्र हो और बुध अच्छी हालात में हो तो कन्या संतान का जन्म होता है।
सन्तान के जन्म के लिए गुरु देव ब्रह्स्पति, शुक्र, चंद्र के साथ साथ मंगल देव की सहायता की भी जरूरत होती है। गुरु चंद्र शुक्र मंगल अच्छी हालत में हों तो ऐसे व्यक्ति के वीर्य में किसी प्रकार की समस्या नहीं होती। चंद्र देव जब शनि देव से पीड़ित हों तब वीर्य में पतले पन की परेशानी होती है। वीर्य में स्पर्म की मात्रा कम हो जाती है। जिस कारण गर्भ धारण ना हो पाना या चंद्र देव कुंडली के घर 11 में बैठे हों तो भी केतु की हानि करते हैं। केतु देव कुंडली के घर 8 में मतलब मौत के घर में बैठे हों तब भी सन्तान समस्या रहती है।
राहु कुंडली के घर 5 जो सन्तान से सम्बंधित है में बैठ जाएँ तो पुत्र सन्तान को गर्भ में ही ख़राब करते हैं। राहु घर 5 में अमूमन पहली नर सन्तान को ही गर्भ में नष्ट करते हैं। लेकिन अगर कन्या सन्तान गर्भ में स्थित हो तो राहु देव का बुरा असर नहीं होता।
इसी प्रकार शनि देव को भी घर 5 में बच्चे खाने वाला सांप बोला जाता है।
अगर सन्तान से सम्बंधित उपरोक्त परेशानी हो तो 
  1. गुरु देव को ठीक करने के लिए, चंद्र देव को गुरु की सहायता दिलवाने के लिए दूध में केसर मिला के पियें।
  2. सोने की सुई को आग में लाल करके दूध में बुझा कर दूध पियें।
  3. स्वर्ण भस्म का उपयोग करें।
  4. अगर शुक्र देव को राहु ख़राब कर रहा हो तो राहु के उपाय करें और राहु से सम्बंधित सामान जैसे कच्चे कोयले, बंद घड़ियां, खोटे सिक्के, तेजाब आदि सामान घर से निकालें । नीले रंग के कपडे ना पहने। नीले रंग से अधिक से अधिक परहेज़ करें। 
  5. अगर चंद्र देव शनि से पीड़ित हों तो चंद्र को बल दें शनि देव के सामान जैसे पक्के कोयले लोहे के पुराने सामान आदि घर से दूर करें। 
  6. शनि के रंग जो की काला है तो काले कपडे ना पहने।
  7. चंद्र को स्थापित करें साथ ही चंद्र को मंगल की सहायता पहुंचाएं।
  8. केतु को ठीक करने के लिए कुत्ता पालें। कुत्ते की सेवा करें। केतु को गुरु की सहायता पहुंचाएं मतलब कानो में ठोस सोना डालें।
  9. मंगल बद हो तो मंगल बद के उपाय करें। (Refer Post on Mangal)
मित्रो जल्द से जल्द अपनी कुंडली निकालें और देखें अगर आप की कुंडली में ऐसे योग हों तो हमारे गुडगाँव कार्यालय में ज्योतिषाचार्य से संपर्क करें और उपायों द्वारा बुरे योगों के दुशप्रभाव को कम करने का प्रयास करें और अपने जीवन को अधिक से अधिक खुशहाल बनायें। 
अगर आप गुडगाँव से दूर हैं तब भी आप हमारे कार्यालय में ज्योतिषाचार्य से फ़ोन कॉल के माध्यम से अपनी कुंडली पर फलादेश और उपाय ले सकते हैं। साथ ही हमारे कार्यालय में ज्योतिषाचार्य आपकी कुंडली से सम्बंधित जानकारी जैसे फलादेश और उपाय कोरियर से आपके घर तक भेज सकतें है। 
जो सज्जनगन अपनी या अपने परिवार की जन्म कुंडली हमारे कार्यालय में ज्योतिषाचार्य को दिखा कर फलादेश के साथ बुरे ग्रहों की जानकारी लेना चाहते हो वह ईमेल द्वारा मात्र 11000.00 रुपया में पी डी ऍफ़ फाइल द्वारा प्राप्त कर सकते है। 
आचार्य हेमंत अग्रवाल 
ऍफ़ ऍफ़ 54, व्यापार केंद्र, सी ब्लॉक, सुशांत लोक, गुडगाँव - 122009
फ़ोन : 01242572165, मोबाइल : 8860960309 
फेस बुक पेज पर आचार्य हेमंत अग्रवाल
ईमेल : pb02a033@gmail.com 
सावधानी: कोई भी उपाय करने से पहले हमारे गुडगाँव कार्यालय में ज्योतिषाचार्य से सलाह अवश्य लें। 
माता रानी सब को खुशीआं दे।

No comments:

Post a Comment