Thursday 7 May 2015

ज्योतिषीय दृष्टिकोण में चंद्रमा का पीड़ित होना ......

जय माता दी । 
गुरुदेव जी ० डी ० वशिष्ट के आशीर्वाद से,,,,,,,,,,,,,,,
कुंडली में चंद्रमा का बलवान होने पर व्यक्ति मानसिक रूप से प्रसन्न रहता है।
चन्द्रमा यदि अशुभ मंगल खाना न 8 से नीच हो रहा हो तो ऐसे व्यक्ति की मृत्यु या बीमारी या व्यक्ति के अपने दिल की ख़राबीआं, दुश्मनों आदि से कष्ट होते हैं। कई बार देखने में आया है कि ऐसे वयक्ति को मिर्गी की बीमारी भी हो सकती है। 
चन्द्रमा यदि केतु से ख़राब हो हो रहा हो और खाना न 6 में हो तो माता की कुयाँ लगवाने के बाद फ़ौरन मौत हो जाती है। ये कुआँ बेशक अपनी खेती की जमीं में लगाया जाये या अपने घर में अथवा कहीं भी लगाया जाये। ऐसे व्यक्ति की औलाद की मौत होने की संभावना भी रहती है और ऐसे व्यक्ति को समुद्री सफरों में किसी न किसी प्रकार का नुकसान होता रहता है। दूसरा कोई आदमी गलत राय देकर ऐसे आदमी को गलत रस्ते पर डाल सकता है, जिससे उसे नुकसान भी होगा, किन्तु आरम्भ में ऐसा व्यक्ति ऐसे नुकसान की कल्पना नहीं कर सकता। 
चंद्रमा कमजोर होने पर मानसिक रूप से प्रसन्न नही रहता है। कुंडली में चंद्रमा पीड़ित हो ,शुभ प्रभाव मे न हो तो नकारात्मक प्रभाव बढ़ जाते हैं।
कुंडली से जाने मानसिक अशांति के कारण :
  1. चंद्रमा नीच राशि (वृश्चिक) में होना।
  2. चंद्रमा का छठे घर, आठवें या बारहवें घर में होना।
  3. चंद्रमा का राहु या शनि के साथ होना।
  4. चंद्रमा का राहु या शनि से दृष्ट होना।
  5. जन्म राशि में शनि या राहु का गोचर होना।
ऊपर बताये योग होने पर मन कभी भी एकाग्र नहीं हो पायेगा और जल्दी तनाव मे आ जायेगा। ऐसे मे व्याकुल होना और घबराहट महसूस करना ।
जीवन मे संघर्ष होना। निराशा का होना। नकारात्मक सोच का होना। एकाग्रचित्त का ना होना और तनावग्रस्त होना। अमावस्या व पूर्णिमा के समय मानसिक तनाव का होना। जन्म राशि में शनि या राहु का गोचर हो रहा है तो यह समय भी आपको मानसिक तनाव से ग्रस्त रखेगा।
पीड़ित चंद्रमा के उपाय :
  • माता का आशीर्वाद लेना।
  • मोती धारण करे। 
  • 'ॐ सोम सोमाय नमः' का 108 बार जाप करना। 
  • बुजुर्गो का आशीर्वाद लें ,माता की सेवा करे, घर के बुजुगों ,साधु और ब्राह्मणों का आशीर्वाद लेना। 
  • रात में सिराहने के पास पानी रखकर सुबह उसे पौधों में डालना। 
  • उत्तरी पश्चिमी कोना चंद्रमा का होता है, यहां पौधे लगाए जाएं। 
  • जल से होने वाले पेट संबंधित रोग का होना, 
  • मातृप्रेम में कमी का होना। 
  • खिरनी की जड़ को सफेद कपड़े में बांधकर पूर्णमाशी को सायंकाल गले में धारण करना। 
  • देर रात्रि तक नहीं जागना चाहिए। 
  • चन्द्रमा की रोशनी मैं सोना चाहिए। 
  • घर में दूषित जल का संग्रह नहीं होना चाहिए। 
  • वर्षा का पानी काँच की बोतल में भरकर रखे। 
  • पवित्र नदी या सरोवर में स्नान करना चाहिए। 
  • सफेद सुगंधित पुष्प वाले पौधे घर में लगावे। 
  • खिरनी की जड़ को सफेद डोरे में बांधकर पहनने से लाभ होता है। 
  • हवन में पलाश की लकड़ी का समिधा की तरह उपयोग करना चाहिए। 
  • माता, नानी, दादी, विधवा, सास एवं इनके उम्र के समान वाली स्त्रियों को कष्ट नही देना चाहिए। इन सब से आशीर्वाद लेना। 
  • चांदी का कड़ा या छल्ला पहनना चाहिए। सफ़ेद 
  • चंदन का तिलक लगाना चाहिए। 
  • शिवलिंग पर दूध चढ़ाना चाहिए। 
  • पलंग के नीचे चांदी के बर्तन में जल रखें या चांदी के आभूषण धारण करना चाहिए। 
  • गन्ना, सफेद गुड़, शक्कर, दूध या दूध से बने पदार्थ या सफेद रंग की मिठाई का सेवन करना चाहिए। 
  • चमेली तथा रातरानी का परफ्यूम या इत्र का उपयोग करता चाहिए । 
  • प्रतिदिन पक्षियों को दाना डालें। प्रातः काल भ्रामरी व उद्गीथ प्राणायाम करें। 
  • अपने ईष्ट की आराधना करे।
  • शिव की भक्ति। सोमवार का व्रत।
  • दान : सोमवार को सफेद वस्तु जैसे दूध, चीनी, चावल, सफेद वस्त्र, 1 जोड़ा जनेऊ, दक्षिणा के साथ दान करना। 
  • ’ऊं श्रां श्रीं श्रौं स: चंद्रमसे नम:’’ का पाठ करे ।
  • ऊँ सों सोमाय नमः मंत्र का जप करें।
  • ऊँ नमः शिवाय का जप करें।
लेकिन इन सब में से कोई भी उपाय करने से पहले अपनी कुंडली का विश्लेषण किसी अच्छे ज्योतिषाचार्य से अवश्य करवा लें। 

मित्रो जल्द से जल्द अपनी कुंडली निकालें और देखें अगर आप की कुंडली में ऐसे योग हों तो हमारे गुडगाँव कार्यालय में ज्योतिषाचार्य से संपर्क करें और उपायों द्वारा बुरे योगों के दुशप्रभाव को कम करने का प्रयास करें और अपने जीवन को अधिक से अधिक खुशहाल बनायें। 
अगर आप गुडगाँव से दूर हैं तब भी आप हमारे कार्यालय में ज्योतिषाचार्य से फ़ोन कॉल के माध्यम से अपनी कुंडली पर फलादेश और उपाय ले सकते हैं। साथ ही हमारे कार्यालय में ज्योतिषाचार्य आपकी कुंडली से सम्बंधित जानकारी जैसे फलादेश और उपाय कोरियर से आपके घर तक भेज सकतें है। 
जो सज्जनगन अपनी या अपने परिवार की जन्म कुंडली हमारे कार्यालय में ज्योतिषाचार्य को दिखा कर फलादेश के साथ बुरे ग्रहों की जानकारी लेना चाहते हो वह ईमेल द्वारा मात्र 11000.00 रुपया में पी डी ऍफ़ फाइल द्वारा प्राप्त कर सकते है। 
आचार्य हेमंत अग्रवाल 
ऍफ़ ऍफ़ 54, व्यापार केंद्र, सी ब्लॉक, सुशांत लोक, गुडगाँव - 122009
फ़ोन : 01242572165, मोबाइल : 8860960309 
फेस बुक पेज पर आचार्य हेमंत अग्रवाल
ईमेल : pb02a033@gmail.com 
सावधानी: कोई भी उपाय करने से पहले हमारे गुडगाँव कार्यालय में ज्योतिषाचार्य से सलाह अवश्य लें। 
माता रानी सब को खुशीआं दे।

No comments:

Post a Comment