Sunday 3 May 2015

किस्मत .......


जय माता दी !
गुरुदेव जी डी वशिस्ट के आशीर्वाद से ………
मित्रों आप सब को आचार्य हेमंत अग्रवाल का नमस्कार। मित्रों मैं आप सब का धन्यवाद करता हूँ कि आप सब समय निकाल कर मेरे आर्टिकल्स पड़ते हैं और उनसे अधिक अधिक लाभ उठाते हैं। अगर आप सब को आर्टिकल्स में किसी सब्जेक्ट के बारे में और अधिक जानकारी लेना चाहते हैं तो आप निसंकोच मुझसे संपर्क कर सकते हैं। जो कि मुझे आर्टिकल्स को और भी बेहतर बनाने में उत्साहित करेगा। मित्रों अगर आप की ज़िंदगी में कोई भी समस्या चल रही है और आप उससे निजाद पाना चाहते है तो मुझे ज़रूर लिखें और मैं पूरी कोशिश करूंगा कि उसके बारे में अधिक से अधिक जानकारी आप लोगों को मुहैया करवा सकूँ। 
मित्रो आज मैं लाल किताब के सिद्धांतों पर लिखी भाग्य की व्याख्या पर चर्चा करने जा रहा हूँ। मित्रो जल्द से जल्द अपनी कुंडली निकालें और देखें अगर आप की कुंडली में कोई भी ऐसे योग हों तो किसी अच्छे ज्योतिषाचार्य से संपर्क करें और उपायों द्वारा इन बुरे योगों के दुश प्रभाव को कम करने का प्रयास करें और अपने जीवन को अधिक से अधिक खुशहाल करें।
भाग्य दुर्भाग्य हमारे कर्मों पर आधारित है और ग्रह भी कर्मों के अधीन है।  यह ग्रह भी पंचतत्वों की तरह नेकी बदइ के बीज  को अंकुरित करते हैं, बड़ा करते हैं तथा फल प्रदान करते हैं। लाल किताब ग्रहों के आधार पर भाग्य दुर्भाग्य का निर्णय करती हैं। एक व्यक्त्ति अनथक परिश्रम करके भी दुखी है। दूसरा कुछ न करके भी मौज कर रहा है विवेक से यही परिणाम ज्ञात हुआ की भाग्य प्रबल है केवल प्रयतन से कुछ नहीं होता। 



''घर चलकर जो आवे दूजे, ग्रह किस्मत बन जाता है।

खाली पड़ा घर 10 जब टेवे, सोया हुआ कहलाता है। ''

किस्मत लक्ष्मी के नाम से मशहूर है जो बृहस्पति का दूसरा नाम है। 12 साल तक बच्चे और 70 साल के बाद किस्मत का एतबार नही। किस्मत एक ऐसी चीज़ है जो दुनियावी कारोबार में न हाथ की मदद ढूंढे और न ही उसमें आंख को काम करना पड़े। हर काम का नतीजा खुद-ब-खुद नेक हो जाता है। धन्ना भगत, (बृहस्पति खाना नं 2 में)  की गायें राम चरावे। मगर सुदामा भगत, (बृहस्पति खाना नं  9 में)  अपने सखा कृष्ण के लिये तोहफा लेकर जावे।

खाना नं 2 व खाना नं 6 का फैसला खाना नं 8 को साथ लेकर होगा। कुण्डली के बाद के घरों के ग्रहों के जागने के दिन से किस्मत का जागना, मतलब होगा (मुराद होगी)। बन्द मुठ्ठी के अन्दर के खानाें (1,7,4,10) के ग्रह ख्वाह भले हों ख्वाह बुरे कुण्डली वाले की किस्मत के बुनियादी पत्थर होंगे। किस्मत के ग्रह का जागने का वक्त किस्मत के असर का वक्त होगा। किस्मत के ग्रह कई एक हों सब आपस में (बाहम) पूरे मददगार होंगे। सब से अच्छी किस्मत, बृहस्पति का किस्मत का ग्रह होता है। ''बृहस्पति नं 2 कायम और खाना नं 9 में दुश्मन (बुध, शुक्र, राहु) न हों और न ही नं 9 मन्दा हो रहा हो।''

किस्मत का ग्रह

सबसे उत्तम दर्जा पर वह ग्रह होगा जो राशि का ऊँचे  फल देने के लिए निश्चित (मुकर्रर) है, जो हर तरफ से कायम, साफ और दुरूस्त हो और उसमें किसी तरह से किसी साथी ग्रह का बुरा असर न मिला हुआ होवे। उसके बाद पक्के घर का ग्रह, घर का मालिक दोस्त ग्रहों का बना हुआ दोस्त ग्रह किस्मत का मालिक ग्रह होगा। 

किस्मत के ग्रह की तलाश

सबसे पहले 12 राशियों के उच्च फल देने वाले ग्रहों की तलाश करें। फिर 9 ग्रहों से जो उम्दा हो वो लें और बाद में बन्द मुठ्ठी के खानों (1,7,4,10) के ग्रहों से जो उम्दा हों लें । उच्च फल देने वालों में से जो सबसे तसल्ली बख्श और उच्च हो, लें । घर के मालिक ग्रहों से सबसे ज्यादा ताकतवर वाले को लें। अगर मुठ्ठी के चारों खाने खाली हों तो खाना नं 9 के ग्रहों को लेंगे। वह भी खाली हो तो, खाना नं 3 के ग्रहों को लें। अगर वह भी खाली हो तो खाना नं 11 के ग्रहों को लेंगे। 
अगर वह भी खाली हों तो खाना नं 5  को लेंगे। 

अगर वह भी खाली हों तो दूसरा दरवाज़ा या खाना नं 2 को लेंगे।  

अगर वह भी खाली हों तो खाना नं 6 को देखेंगे। अगर वह भी खाली हों तो खाना नं 12 में तलाश करेंगे। अगर वह भी खाली हो तो खाना नं 8 में बैठकर देखेंगे कि आया किस्मत का ग्रह, जिसमें ऊपर की तमाम शर्तें न हों, नष्ट ही तो नही हो गया ? यह तलाश जन्म और चन्द्र कुण्डली दोनों 
से होगी। किस्मत का ग्रह बातरतीब बृहस्पति के बाद सूरज के बाद चन्द्र के बाद शुक्र के बाद मंगल के बाद बुध के बाद सनीचर के बाद राहु के बाद केतु का असर देता है।
उदहारण कुण्डलियाँ
मित्रो जल्द से जल्द अपनी कुंडली निकालें और देखें अगर आप की कुंडली में ऐसे योग हों तो हमारे गुडगाँव फ्रैंचाइज़ी में ज्योतिषाचार्य से संपर्क करें और उपायों द्वारा बुरे योगों के दुशप्रभाव को कम करने का प्रयास करें और अपने जीवन को अधिक से अधिक खुशहाल बनायें।
अगर आप गुडगाँव से दूर हैं तब भी आप हमारे फ्रैंचाइज़ी में ज्योतिषाचार्य से फ़ोन कॉल के माध्यम से अपनी कुंडली पर फलादेश और उपाय ले सकते हैं। साथ ही हमारे फ्रैंचाइज़ी में ज्योतिषाचार्य आपकी कुंडली से सम्बंधित जानकारी जैसे फलादेश और उपाय कोरियर से आपके घर तक भेज सकतें है।
जो सज्जनगन अपनी या अपने परिवार की जन्म कुंडली हमारे फ्रैंचाइज़ी में ज्योतिषाचार्य को दिखा कर फलादेश के साथ बुरे ग्रहों की जानकारी लेना चाहते हो वह ईमेल द्वारा मात्र 2100.00 रुपया में पी डी ऍफ़ फाइल द्वारा प्राप्त कर सकते है।
आचार्य हेमंत अग्रवाल
ऍफ़ ऍफ़ 54, व्यापार केंद्र, सी ब्लॉक, सुशांत लोक, गुडगाँव - 122009
फ़ोन : 01242572165, मोबाइल : 8860954309
फेस बुक पेज पर आचार्य हेमंत अग्रवाल
ईमेल : pb02a024@gmail.com
सावधानी: कोई भी उपाय करने से पहले हमारे गुडगाँव फ्रैंचाइज़ी में ज्योतिषाचार्य से सलाह अवश्य लें। माता रानी सब को खुशीआं दे।

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